ऋषिकेश में बना 7.5 MLD का STP, गंगा को स्वच्छ बनाने में निभा रहा अहम भूमिका
May 14, 2025
गंगा नदी करोड़ों लोगों की आस्था और जीवन का आधार है। इसी गंगा की निर्मलता को बनाए रखने के लिए भारत सरकार द्वारा नमामि गंगे मिशन की शुरुआत की गई, एक ऐसा मिशन जो गंगा को प्रदूषण से बचाने और उसकी पवित्रता को बनाए रखने की दिशा में काम कर रहा है। इसी मिशन के तहत, ऋषिकेश और मुनि की रेती क्षेत्र में 38.5 MLD की कुल क्षमता वाले 3 STP यानि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं। जबकि 8.0 MLD और 300 KLD के 2 STP प्रस्तावित हैं। मां गंगा को स्वच्छ रखने की नमामि गंगे मिशन की प्रतिबद्धता के अनुरूप वर्ष 2020 ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर में एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) स्थापित किया गया। इस प्लांट की क्षमता है 7.5 MLD, यानी यह हर दिन करीब 75 लाख लीटर गंदे पानी को शुद्ध करता है जो शहर के घरों से निकलता है। MBBR यानि Moving Bed Biofilm Reactor तकनीक पर आधारित यह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भविष्य की सोच और पर्यावरणीय जिम्मेदारी का प्रतीक है। यह भारत का पहला ऐसा चार-मंज़िला STP है, जो केवल 900 वर्ग मीटर से भी कम क्षेत्र में स्थापित किया गया है यानी सीमित स्थान में अधिकतम कार्यक्षमता इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। यहाँ एक आधुनिक लैबोरेटरी भी बनाई गई है जहाँ विशेषज्ञ हर दिन आने वाले और बाहर जाने वाले पानी की गुणवत्ता की जांच करते हैं। इसका पूरा डाटा ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम के ज़रिए अपडेट किया जाता है, जिसकी निगरानी केंद्रीय व राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, NMCG, SMCG और अन्य संस्थाएँ नियमित रूप से करती हैं।