गुजरात: डांग के आदिवासी स्कूल ने रचा इतिहास, खो-खो में बना देश की पहचान

Aug 05, 2025

दक्षिण गुजरात के डांग ज़िले का छोटा आदिवासी गाँव बिलियाम्बा आज खेलों में क्रांति का प्रतीक बन चुका है। यहाँ के दो समर्पित शिक्षक, रसिक पटेल और विमल गामित, अब तक 1000 से अधिक बच्चों को खो-खो का प्रशिक्षण दे चुके हैं। अधिकांश खिलाड़ी सीमित संसाधनों वाले आदिवासी परिवारों से हैं, फिर भी उन्होंने ज़िला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की है। शिक्षकों के प्रयासों से लड़कियों को भी बराबरी का मौका मिला, और कई पदक जीत चुकी हैं। ओपिना भीलार ने 2025 खो-खो वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर गाँव का नाम रोशन किया। तकनीक-प्रधान दौर में बिलियाम्बा गाँव यह दिखाता है कि खेलों के प्रति समर्पण से असाधारण सफलता पाई जा सकती है।