सुशासन के साथ उड़ान: गुजरात में युवा स्टार्टअप्स का नया युग

Dec 22, 2025

अहमदाबाद, गुजरात सुशासन दिवस के अवसर पर, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुजरात “अटल नेतृत्व, सतत विकास” विषय के अंतर्गत अपने शासन-प्रेरित नवाचार अभियान को प्रदर्शित कर रहा है। इस दृष्टि को साकार करते हुए राज्य ने छात्रों और युवा इनोवेटर्स को अपनी विकास रणनीति के केंद्र में रखकर स्वयं को एक अग्रणी स्टार्टअप और नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित किया है। इस पहल का एक प्रमुख स्तंभ है छात्र स्टार्टअप एवं नवाचार नीति (SSIP) 2.0, जिसे जनवरी 2022 में ₹500 करोड़ के परिव्यय के साथ शुरू किया गया, जिसमें ₹300 करोड़ का इनोवेशन फंड शामिल है। स्कूल स्तर से पीएचडी तक के इनोवेटर्स, साथ ही 35 वर्ष तक के पूर्व छात्रों और ड्रॉपआउट्स को सहयोग प्रदान करते हुए, SSIP 2.0 से अब तक 12.5 लाख छात्रों को लाभ मिला है और 5,600 से अधिक परियोजनाओं को समर्थन मिला है, जिससे कक्षाओं से लेकर कंपनियों तक, एक ऐसा नवाचार आधारित माहौल तैयार किया जा रहा है जो भविष्य की जरूरतों के लिए पूरी तरह तैयार है। गुजरात सरकार ने स्टार्टअप्स को शुरुआती चरण से लेकर पूर्ण विकास तक समर्थन देने के लिए 2019 में गुजरात स्टार्टअप और इनोवेशन हब (i-Hub) की स्थापना की। अब तक i-Hub ने 620 से अधिक स्टार्टअप्स का समर्थन किया है, 22 करोड़ रुपये के ग्रांट और 416 करोड़ रुपये की फंडिंग उपलब्ध कराई है, तथा 1,400 से अधिक रोजगार सृजित किए हैं। i-Hub से लाभान्वित प्रमुख स्टार्टअप्स में से एक हैं हर्निश ठक्कर, जिन्होंने 2018 में Cue Home Innovation Labs की स्थापना की थी। ये पहल गुजरात के शासन-प्रधान विकास मॉडल को उजागर करती हैं, जिसमें इनोवेशन, तकनीक और उद्यमिता को केंद्र में रखा गया है। मजबूत औद्योगिक आधार, बिजनेस करने में सहजता और प्रगतिशील नीतियों के साथ, राज्य एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में उभर रहा है—युवाओं को रोज़गार सृजक के रूप में सशक्त बना रहा है और अटल बिहारी वाजपेयी के आगे देखने वाले शासन के दृष्टिकोण को इनोवेशन-प्रधान भविष्य में बदल रहा है।